इलैयाराजा बनाम सोनी म्यूजिक: कानूनी विवाद की कहानी
चेन्नई, 22 अक्टूबर। प्रसिद्ध संगीतकार इलैयाराजा और सोनी म्यूजिक के बीच एक गंभीर कानूनी विवाद चल रहा है। इलैयाराजा ने मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने अपने गानों के राजस्व को साझा करने की मांग की थी।
सुनवाई के दौरान, सोनी म्यूजिक ने इलैयाराजा को उनकी रचनाओं से अर्जित राजस्व का विवरण देने से मना कर दिया। यह मामला न्यायमूर्ति एन. सेंथिलकुमार के समक्ष आया।
सोनी म्यूजिक के वकील विजय नारायण ने बताया कि कंपनी ने न्यायाधीश के लिए एक सीलबंद लिफाफे में खातों का विवरण प्रस्तुत किया है, लेकिन इसे इलैयाराजा या उनके वकील के साथ साझा नहीं किया जा सकता, क्योंकि इसमें गोपनीय व्यावसायिक जानकारी है।
उन्होंने यह भी कहा कि इलैयाराजा तब तक इस डेटा की मांग नहीं कर सकते जब तक कि वे पहले उन गानों पर अपना कानूनी अधिकार स्थापित न कर लें। ये गाने उन फिल्मों के लिए बनाए गए थे, जिनके लिए उन्हें पहले ही पारिश्रमिक मिल चुका है।
इलैयाराजा के वकील एस. प्रभाकरन ने इस तर्क का विरोध करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने सीलबंद लिफाफों में दस्तावेज जमा करने की प्रथा को बार-बार अस्वीकार किया है।
उन्होंने अदालत से अनुरोध किया कि सोनी म्यूजिक को विवरण सार्वजनिक रूप से प्रकट करने का निर्देश दिया जाए, क्योंकि ऐसी जानकारी को रोकने से न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता कम होती है।
हालांकि, न्यायमूर्ति सेंथिलकुमार ने इस स्तर पर सीलबंद लिफाफा खोलने से इनकार कर दिया। उन्हें सूचित किया गया कि सोनी म्यूजिक ने इलैयाराजा के मुकदमे को मद्रास उच्च न्यायालय से बॉम्बे उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
इलैयाराजा के मामले की अगली सुनवाई 27 नवंबर को होगी, लेकिन तब तक सोनी म्यूजिक द्वारा दिया गया विवरण सीलबंद लिफाफे में ही रहेगा।
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